राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस का 10वां संस्करण 23 सितंबर, 2025 को मनाया गया।
2025 का विषय "लोगों और ग्रह के लिए आयुर्वेद" है, जो आयुर्वेद के माध्यम से व्यक्ति और पर्यावरण के बीच सामंजस्य पर ज़ोर देता है।
मुख्य कार्यक्रम गोवा स्थित अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (एआईआईए) में आयोजित किया गया, जबकि सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में राष्ट्रव्यापी समारोह आयोजित किए गए।
इससे पहले, हर साल चंद्र कैलेंडर के आधार पर देवताओं के वैद्य भगवान धन्वंतरी के सम्मान में धनतेरस पर आयुर्वेद दिवस मनाया जाता था।
भारत सरकार ने मार्च 2025 में अधिसूचित, 2025 से हर साल 23 सितंबर को आयुर्वेद दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की है।