2025 का फिजियोलॉजी या मेडिसिन का नोबेल पुरस्कार मैरी ई. ब्रुनको, फ्रेड रामस्डेल और शिमोन सकागुची को दिया गया है।
उन्हें यह पुरस्कार उनके इस अभूतपूर्व शोध के लिए दिया गया है कि प्रतिरक्षा प्रणाली शरीर की अपनी कोशिकाओं पर हमला करने से कैसे बचती है।
नियामक टी कोशिकाओं की उनकी खोज से पता चला कि प्रतिरक्षा सहयता कैसे बनाए रखी जाती है।
इस खोज से स्व-प्रतिरक्षित रोगों, कैंसर और अंग प्रत्यारोपण अस्वीकृति के नए उपचार सामने आए हैं।
इस नोबेल पुरस्कार के तहत 11 मिलियन स्वीडिश क्रोनर की राशि दी जाती है, जिसे तीनों वैज्ञानिकों के बीच बराबर-बराबर बाँटा जाएगा।
ब्रुनको ने प्रिंसटन विश्वविद्यालय से अपनी पीएच.डी. की उपाधि प्राप्त की। वर्तमान में वे सिएटल स्थित इंस्टीट्यूट फॉर सिस्टम्स बायोलॉजी में वरिष्ठ कार्यक्रम प्रबंधक के रूप में कार्यरत हैं।
रामस्डेल ने अमेरिका के कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय-लॉस एंजिल्स से अपनी पीएच.डी. पूरी की।
अब वे सैन फ्रांसिस्को स्थित सोनोमा बायोथेरेप्यूटिक्स में वैज्ञानिक सलाहकार के रूप में कार्यरत हैं।
साकागुची ने जापान के क्योटो विश्वविद्यालय से एम.डी. और पीएच.डी. की उपाधि प्राप्त की।
वे ओसाका विश्वविद्यालय के इम्यूनोलॉजी फ्रंटियर रिसर्च सेंटर में विशिष्ट प्रोफेसर हैं।