असम सरकार ने 11 जुलाई 2025 को 'गज मित्र' योजना का शुभारंभ किया है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य में बढ़ते मानव-हाथी संघर्ष को नियंत्रित करना है।
'गज मित्र' योजना के प्रमुख बिंदु और उद्देश्य
मानव-हाथी संघर्ष को कम करना: असम में मानव और हाथियों के बीच संघर्ष एक गंभीर समस्या है, जिसके कारण अक्सर जान-माल का नुकसान होता है। 'गज मित्र' योजना का लक्ष्य इस टकराव को कम करना है।
समुदाय-आधारित त्वरित प्रतिक्रिया दल (Community-Based Quick Response Teams): इस पहल के तहत, मानव-हाथी संघर्ष से प्रभावित 80 गाँवों में समुदाय-आधारित त्वरित प्रतिक्रिया दल गठित किए जाएंगे। प्रत्येक दल में आठ स्थानीय सदस्य होंगे, जिन्हें विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा।
हाथियों की सुरक्षित आवाजाही: ये दल हाथियों की सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित करने और स्थानीय आजीविका (विशेषकर धान की खेती के मौसम में) की रक्षा के लिए काम करेंगे।
जागरूकता कार्यक्रम: योजना में स्थानीय लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाने पर भी जोर दिया जाएगा ताकि वे हाथियों के व्यवहार को समझें और सुरक्षित रूप से उनके साथ सह-अस्तित्व में रहें।
कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) कैमरों का उपयोग: हाथियों की गतिविधियों पर नज़र रखने और उनके संभावित हमलों की पहले से चेतावनी देने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) कैमरों का उपयोग किया जाएगा।
प्रभावित जिले: यह योजना अभी उन 8 जिलों में लागू की गई है, जहां मानव-हाथी संघर्ष सबसे ज्यादा होता है, जैसे गोलपारा, उदलगुरी, नगांव, बक्सा, सोनितपुर, गोलाघाट, जोरहाट और बिश्वनाथ।
जीवन और आजीविका की सुरक्षा: असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने बताया कि यह एक सक्रिय, प्रशिक्षित और समुदाय-आधारित सहायता प्रणाली है जो संघर्ष वाले इलाकों में रहने वाले लोगों की मदद करेगी और जीवन तथा आजीविका दोनों की रक्षा करेगी।