20 मई 2025 को, आइजोल में मुख्यमंत्री श्री लालदुहोमा द्वारा मिजोरम को आधिकारिक रूप से पूर्ण साक्षर राज्य घोषित किया गया।
इस प्रकार, मिजोरम भारत का पहला ऐसा राज्य बन गया जिसने पूर्ण साक्षरता हासिल की, जो एक ऐतिहासिक मील का पत्थर है।
20 फरवरी 1987 को राज्य का दर्जा प्राप्त करने वाले मिजोरम का भौगोलिक क्षेत्रफल 21,081 वर्ग किलोमीटर (8,139 वर्ग मील) है।
2011 की जनगणना के अनुसार इसकी साक्षरता दर 91.33% दर्ज की गई, जो भारत में तीसरे स्थान पर है।
इस मजबूत आधार पर काम करते हुए, शेष निरक्षर व्यक्तियों की पहचान करने और उन्हें शिक्षित करने के लिए उल्लास - नव भारत साक्षरता कार्यक्रम (नया भारत साक्षरता कार्यक्रम) लागू किया गया।